जनचेतना/महाराष्ट्र/राहुल हटवार : जहां आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले राज्य के सभी दलों में खींचतान और उठापटक जारी है। वहीं इस मामले में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बालासाहेब थोराट उद्धव ठाकरे की कैबिनेट और MVA में एक अहम चेहरा माने जाते हैं। देखा जाए तो महाविकास अघाड़ी की नींव तैयार करने में बालासाहेब थोराट की बड़ी भूमिका रही है। उन्होंने दिल्ली में पार्टी के शीर्ष नेताओं को समझाने की पहल की। उन्हें कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी का विश्वासपात्र माना जाता है।
जीवन परिचय
बालासाहेब थोराट का जन्म 7 फरवरी 1953 को स्वर्गीय भाऊसाहेब थोराट के घर हुआ था। उनके पिता भाऊसाहेब थोराट महाराष्ट्र में एक प्रमुख किसान नेता थे और संगमनेर निर्वाचन क्षेत्र से एक बार विधायक थे। भाऊसाहेब थोराट ने 1978 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के उम्मीदवार के रूप में महाराष्ट्र के तत्कालीन राजनीतिक दिग्गज बीजे खटाल-पाटिल को हराया , जो सोलह साल तक महाराष्ट्र सरकार में मंत्री भी रहे थे।
बालासाहेब थोराट की शिक्षा को देखें तो साल 1977 में ILS लॉ कॉलेज, पुणे से एलएलबी की डिग्री और फिर 1975 में फर्ग्यूसन कॉलेज और पुणे विश्वविद्यालय से BA की डिग्री प्राप्त की है।
थोराट का राजनीतिक कैरियर
थोराट ने अपना राजनीतिक जीवन एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में शुरू किया था और संगमनेर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ते हुए शकुंतला खंडेराव होरात को 10,159 वोटों के अंतर से हराया था। इसके बाद, उन्होंने कांग्रेस की उम्मीदवारी में बिना कोई चुनाव हारे, 8 विधानसभा चुनाव जीते थे ।
वे विलासराव देशमुख की पहली सरकार में कृषि राज्य मंत्री भी रहे थे। साल 2004 में उन्हें NCP के अनिल देशमुख के साथ कैबिनेट मंत्री का दर्जा मिला । वे महाराष्ट्र के उन चंद नेताओं में से एक हैं जिन्होंने 15 साल के कांग्रेस-NCPगठबंधन में मंत्री के रूप में काम किया था। बालासाहेब महाराष्ट्र के सहकारिता आंदोलन में एक प्रसिद्ध और अग्रणी चेहरा रहे हैं ।
थोराट ने साल 2009 में संगमनेर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के आधिकारिक उम्मीदवार के रूप में जीत हासिल की। साल 2010 में उन्होंने पृथ्वीराज चव्हाण की कैबिनेट में कृषि, जल संरक्षण, रोजगार गारंटी योजना और स्कूली शिक्षा के अतिरिक्त प्रभार के मंत्री के रूप में कार्य किया था। साल 2019 में लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के के लचर प्रदर्शन के बाद अशोक चव्हाण के इस्तीफ़े के बाद थोराट को 2019 में महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस समिति (MPCC) का प्रमुख बनाया गया था ।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव
आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की बात करें तो राज्य के विपक्षी गठबंधन महा विकास अघाड़ी (MVA) में मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर खुब खींचतान हो रही है। इन सबके बीच उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने चुनाव से पहले मुख्यमंत्री चेहरे को घोषित करने की मांग रखी है तो वहीं शरद पवार की NCP ने इससे साफ इनकार कर दीया है।
लेकिन इससे उलट गठबंधन की एक और साथी पार्टी कांग्रेस ने बड़ा ऐलान करते हुए कांग्रेस विधायक दल के नेता बालासाहेब थोराट ने विश्वास व्यक्त किया कि अगला मुख्यमंत्री कांग्रेस से ही होगा। अब यह कैसे होगा यह तो थोराट ही जानें, लेकिन इतना जरुर है कि वह कुछ सोचकर ही यह कदम लिए होंगे।