नाना पटोले ने कहा ; क्रॉस वोटिंग करने वाले पार्टी के गद्दारों की हो चुकी है पहचान

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अनंत चेतना/महाराष्ट्र : महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि हाल ही में 11 विधान परिषद सीटों के लिए हुए चुनाव में क्रॉस वोटिंग करने वाले पार्टी के गद्दारों की पहचान कर ली गई है, जल्द ही उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. नाना पटोले ने शनिवार (13 जुलाई) को दावा किया कि उन्हीं गद्दारों ने दो साल पहले परिषद चुनाव में कांग्रेस नेता चंद्रकांत हंडोरे के हार का कारण बने थे.

पटोले ने कहा कि ऐसे में अब उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, ताकि कोई भी फिर से पार्टी के साथ विश्वासघात करने की हिम्मत न करे. वहीं शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने रविवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि कांग्रेस ने स्वीकार कर लिया है कि क्रॉस वोटिंग हुई और अब वो नियानुसार कार्रवाई करेंगे.

वहीं राउत ने कहा कि केंद्र सरकार आपातकाल लगाने को ‘संविधान हत्या दिवस’ के रूप में मनाने जा रही है. क्या अयोग्यता का सामना कर रहे विधायकों द्वारा एमएलसी का चुनाव कराना असंवैधानिक नहीं है? क्या रिश्वत देकर विधायकों को खरीदना असंवैधानिक नहीं है?  संजय राउत ने आरोप लगाया कि बीजेपी संविधान की असली हत्यारी है.”

किसे कितनी सीट मिली?


बता दें शिवसेना और राकांपा में विभाजन के बाद उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी) और शरद पवार की राकांपा (सपा) ने पार्टियों के विधायकों को अयोग्य ठहराने की मांग करते हुए अदालत का रुख किया था. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री अजित पवार द्वारा राज्य में सत्तारूढ़ महायुति ने शुक्रवार को एमएलसी चुनाव में नौ सीटों पर जीत हासिल की. विधान परिषद की 11 सीटों पर विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) को झटका लगा, क्योंकि कांग्रेस के कम से कम सात विधायकों ने मतदान के दौरान पार्टी के निर्देशों की अवहेलना की.

पार्टी सूत्रों ने क्या कहा?


पार्टी सूत्रों ने पहले ही कहा था कि 37 विधायकों वाली पार्टी ने अपने उम्मीदवार प्रद्यना सातव के लिए 30 प्रथम वरीयता वोटों का कोटा तय किया था और शेष सात वोट सहयोगी दल शिवसेना (यूबीटी) के उम्मीदवार मिलिंद नार्वेकर को मिलने थे उन्हें 25 और नार्वेकर को 22 प्रथम वरीयता के वोट मिले, जिसका मतलब था कि कम से कम सात कांग्रेस विधायकों ने क्रॉस-वोटिंग की. सूत्रों ने बताया कि 37 विधायकों वाली कांग्रेस ने अपने उम्मीदवार प्रद्यना सातव के लिए 30 प्रथम वरीयता वोटों का कोटा तय किया था और शेष सात वोट शिवसेना यूबीटी के मिलिंद नार्वेकर को मिलने थे. उन्होंने बताया कि सातव को 25 प्रथम वरीयता वोट मिले और नार्वेकर को 22, जिसका मतलब है कि कम से कम सात कांग्रेस विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की. शरद पवार गुट द्वारा समर्थित उम्मीदवार पीजेंट्स एंड वर्कर्स पार्टी के जयंत पाटिल पर्याप्त वोट नहीं मिलने के कारण हार गए. कांग्रेस उम्मीदवार और शिवसेना (यूबीटी) उम्मीदवार जीत गए. साथ ही बीजेपी से पांच और शिंदे शिवसेना और अजीत पवार की एनसीपी से दो-दो उम्मीदवार जीत गए.