बौखलाए आटो चालकों ने जिलाधिकारी कार्यालय पर किया प्रदर्शन
जनचेतना/मथुरा ब्यूरो/श्याम बिहारी भार्गव
जनपद में चहुओर डग्गेमार वाहनों का आतंक बढ़ा हुआ है नो एंट्री जोन मैं भी दबंगई के साथ घुस कर शहर की यातायात व्यवस्था को बिगाड़ने का काम ओटो और ई रिक्शा चालक कर रहे है। वही हाल रेलवे स्टेशन पर भी मचा रखा है। पैदल निकलने वाले लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। जिसके कारण प्रशासन पर लोग सवालिया निशान लगा रहे थे। प्रशासन द्वारा अपनी जिम्मेदारी को समझते हुऐ कई बार कार्यवाही की। फिर भी ऑटो रिक्शा चालक अपने अड़ियल रवैए पर जमे रहे।
प्रशासन ने गाड़ियों की धर पकड़ कर सीज करना प्रारंभ किया तो बौखला कर कुछ तथाकथित लोगों की भीड़ इक्कठा कर जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन कर ज्ञापन देने पहुंचे। जिनका कहना हैं। महानगर में चलने वाले ऑटो संचालकों का यातायात पुलिस के द्वारा उत्पीड़न किए जाने के विरोध में जिलाधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह को ज्ञापन दिया गया, ज्ञापन में ऑटो संचालकों के द्वारा जिलाधिकारी को अवगत कराया है कि पूर्व डीएम नवनीत सिंह चहल के द्वारा मथुरा जंक्शन रेलवे स्टेशन से वृंदावन बस स्टैंड तक 250 की अनुमति दी गई थी पिछले दो वर्षों से उन्हीं के निर्देश पर ऑटो संचालित हो रहे थे लेकिन अचानक ट्रैफिक पुलिस के द्वारा गाड़ियों को जबरन अवैध रूप से अपने कब्जे में लेकर धन उगाई के साथ नाजायज रूप से 207 धारा के अंतर्गत सीज किया जा रहा है।
ज्ञापन देने वालों में शामिल रहे बृज यातायात एवं पर्यावरण जन जागरूकता रजि उत्तर प्रदेश संस्थापक अध्यक्ष विनोद दीक्षित ने कहा कि ज्ञापन लेने के बाद जिलाधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि 2 दिन का समय दीजिए क्योंकि एसपी ट्रैफिक का ट्रांसफर हो गया है, नये एसपी ट्रैफिक से बात करके इस समस्या हल निकाला जाएगा। यूनियन अध्यक्ष जहीर खान ने कहा कि उत्पीड़न बंद नहीं हुआ तो आगे यूनियन आंदोलन के लिए बाध्य होगी जिसकी जिम्मेदारी पूरी तरह से जिला प्रशासन की होगी। ज्ञापन सौपने वाले में सलीम भाई, चौधरी शाहिद, सोनू पंडित, भोला पंडित, भूरा, लियाकत, अशोक, गौरव, संदीप, राम सिंह, प्रेम सिंह, जीतू, रंजीत, अमर सिंह, मोहसिन, प्रेम प्रकाश, नत्थीलाल, सोहेल के साथ दर्जनभर टेंपो चालक आदि शामिल रहे।