ऑनलाइन हाजिरी का विरोध जारी, शिक्षक बोले- पहले मांगें पूरी हों

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तीसरे दिन भी शिक्षकों ने नहीं लगाई ऑनलाइन हाजिरी

जनचेतना/मथुरा/श्याम बिहारी भार्गव

डिजिटाइजेशन के विरोध में परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों का विरोध तीसरे दिन भी जारी रहा। शिक्षकों ने काली पट्टी बांधकर शिक्षण कार्य किया। अपनी और छात्रों की हाजिरी रजिस्टर पर लगाई। डिजिटाइजेशन के विरोध में जिले के 1536 विद्यालयों में तैनात शिक्षक लामबंद हैं।

विरोध के तीसरे दिन भी शिक्षकों ने मिड डे मील की एंट्री पुराने रजिस्टर पर ही की । शिक्षकों का कहना है कि जब तक उनकी लंबित मांगों पर सुनवाई नहीं की जाएगी डिजिटाइजेशन के लिए उनका विरोध जारी रहेगा। परिषदीय विद्यालयों के शिक्षक 14 जुलाई तक विद्यालय में काली पट्टी बांधकर काम करेंगें। 15 जुलाई को सभी शिक्षक संगठन जिलाधिकारी कार्यालय पर धरना प्रदर्शन करेंगे और सीएम को संबोधित ज्ञापन देंगे। इसके बाद भी अगर मांगों पर सुनवाई नहीं होगी तो 29 जुलाई से अनवरत महानिदेशक कार्यालय पर 18 सूत्रीय मांग पत्रों की सभी मांगे पूर्ण होने एवम डिजिटाइजेशन के दिए हुए निर्देशों को निरस्त करने तक अनवरत धरना देंगे।

सुजीत वर्मा ने कहा कि महानिदेशक स्कूल शिक्षा ने 8 जुलाई से ऑनलाइन उपस्थिति देने का आदेश दिया है, जो तुगलकी फरमान है। बिना जमीनी हकीकत जाने ही अव्यावहारिक आदेश किया जाता है। कठिनाइयों को दूर किए बिना उसको लागू कर पाना संभव ही नहीं है। श्री वर्मा ने कहा कि कई वर्षो से सरकार ने न तो शिक्षकों की पदोन्नति की है और न ही जिले के भीतर होने वाले तबादले किए हैं। अब सरकार ऑनलाइन उपस्थिति का आदेश कर शिक्षकों उत्पीड़न कर रही है।