अनंत चेतना/बालाघाट/तुलसी बघेले
शनिवार की दोपहर नगर के वार्ड नंबर 1 बूढ़ी ढीमर टोला शिव मंदिर के पास उस वक्त हड़कंप मच गया। जब नदी किनारे घाट में नहाने गए स्थानीय युवाओं को वह करीब 6 से 7 फुट लंबा अजगर सांप दिखाई दिया। जहां नदी किनारे अजगर साँप होने की जानकारी बस्ती में मिलते ही वहां कुछ देर के लिए हड़कंप मच गया और मौके पर लोगों की काफी भीड़ जमा हो गई। जिसे देख अजगर साँप ने भागने की कोशिश की, लेकिन वहा नदी किनारे रखे गए मछुवारों के जाल में फंस गया। इसी बीच स्थानीय युवाओं ने वन विभाग को मामले की सूचना देकर मौके पर आने को कहा,लेकिन वन विभाग की टीम अजगर का रेस्क्यू करने मौके पर नहीं पहुंची। बताया जा रहा है कि 03 से 04 बार स्थानीय युवाओं द्वारा वन विभाग को मामले की सूचना दी गई थी, बावजूद इसके भी वन विभाग की टीम ने सांप का रेस्क्यू करने मौके पर नही पहुँची।जानकारी के अनुसार मामले की सूचना मिलने पर पहले तो वन विभाग टीम द्वारा साँप का रेस्क्यू करने को लेकर टाल मटोल किया गया। लेकिन बाद में नदी किनारे अक्सर सांप निकलते रहते हैं ऐसा कहकर उन्होंने सांप का रेस्क्यू करने से इनकार कर दिया। जिस पर अपनी नाराजगी जताते हुए स्थानीय युवाओं ने ही 6 से 7 फीट लंबे उस अजगर सांप का स्वयं रेस्क्यू कर उसे सुरक्षित जंगल में छोड़ा। तब कहीं जाकर स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली, औऱ उनके दिलों दिमाग से साँप का भय दूर हुआ।
रोजाना नहाने, घाट पर जाते हैं स्थानीय लोग-ऋतिक
इस पूरे मामले को लेकर की गई चर्चा के दौरान स्थानीय युवा ऋतिक सोनी ने बताया कि बूढ़ी वार्ड नंबर ढीमर टोला घाट में रोजाना स्थानीय लोगों का आना-जाना लगा रहता है। वहीं स्थानीय युवा व बच्चे अक्सर घाट में नहाने के लिए आते हैं। आज घाट में नहाने गए कुछ युवकों को 6 से 7 फीट लंबा अजगर साँप दिखाई दिया। जिसे देख वे घबरा गए औऱ साँप को देखने यहां लोगों की भारी भीड़ जुट गई। वन विभाग को तीन से चार बार सूचना देने पर भी वन विभाग की टीम नही औऱ औऱ उन्होंने अंत में सांप का रेस्क्यू करने से मना कर दिया।जिसपर स्थानीय युवाओं ने स्वयं अजगर साँप का रेस्क्यू कर उसे सुरक्षित जंगल में छोड़ा है। उन्होंने बताया कि यहां बूढ़ी घाट में अक्सर लोग नहाने के लिए आते हैं जहां सांप निकलने से लोगों की जान को खतरा बना हुआ है वहीं स्थानीय लोग डरे हुए हैं। ऐसे में सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम ने यहां आकर सांप का रेस्क्यू करना था। क्योंकि स्थानीय युवाओं द्वारा रेस्क्यू कार्य किया गया है जबकि उन युवाओं को सांप के रेस्क्यू करने का कोई प्रशिक्षण नहीं है। उन्होंने वन विभाग कर्मचारियों पर नाराजगी जताते हुए ऐसी सूचना मिलने पर तुरंत मौके पर पहुंचकर सांप का रेस्क्यू करने की बात कही है।