अनंत चेतना/बालाघाट :- रविवार को सांसद भारती पारधी ने पीएम कॉलेज आफ एक्सीलेंस शासकीय जटाशंकर त्रिवेदी महाविद्यालय का रिबन काटकर उद्घाटन किया तो, वहीं कॉलेज पहुंचने पर श्री पारधी ने नियमानुसार महापुरुषों और प्रधानमंत्री ,मुख्यमंत्री की फोटो कॉलेज में नहीं लगाए जाने को लेकर कॉलेज के प्राचार्य को फटकार लगाई ,तो वहीं कुछ लोगों ने कालेज के नाम परिवर्तन किए जाने पर अपना विरोध जताते हुए कॉलेज के नाम को यथावत रखने की मांग की.
आपको बता दे की देश के गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को इंदौर से प्रदेश के 55 पीएम कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस का उद्घाटन किया है। इन 55 महाविद्यालयों में बालाघाट के शासकीय जटाशंकर त्रिवेदी स्नातकोत्तर महाविद्यालय को भी पीएम कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस में अपग्रेड करते हुए सौगात मिली है। बालाघाट में पीएम कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस शासकीय जटाशंकर त्रिवेदी स्नातकोत्तर महाविद्यालय व कॉलेज के लिए बस सेवा, भारतीय ज्ञान परम्परा एवं विद्या वन प्रकोष्ठ तथा म.प्र ग्रंथ अकादमी का उद्घाटन सांसद भारती पारधी ने किया। एवं जैसे ही उन्होंने कालेज के गेट पर फीता काटने के बाद वह कॉलेज में प्राचार्य के कक्ष की ओर पहुचीं और उन्होंने देखा कि प्राचार्य के कक्ष में देश के प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की फोटो नियम अनुसार नहीं लगी है और कुछ महापुरुषों की फोटो भी उनके कक्ष से नदारत है इस पर उन्होंने प्राचार्य की वही क्लास लगाई और कहा कि नियम अनुसार कॉलेज में में सभी के फोटो लगाए जाने चाहिए और आपको बता दे कि इसके पहले भी कॉलेज में छायाचित्र लगाए जाने और महापुरुष की फोटो नदारत का मामला सामने आया था, किंतु इसके बावजूद भी पुन: सांसद द्वारा कॉलेज के प्राचार्य को फोटो के लिए फटकार लगाई गई है अब देखना होगा कि सांसद की फटकार के बाद कॉलेज प्रबंधन महापुरुषों की फोटो और छायाचित्र को लेकर किस प्रकार से कार्य करता है.
कार्यक्रम के पहले टेंट हुआ धराशाही
जिस प्रकार से कुछ दिन पहले ही कॉलेज के उद्घाटन की बात कही गई थी और ऑनलाइन वर्चुअल रूप से 55 जिलों में एक साथ पीएम कॉलेज आफ एक्सीलेंस का उद्घाटन किया जाना था, किंतु जैसे ही 14 जुलाई को सभी कॉलेज पहुंचे तो देखा गया कि जो कॉलेज प्रबंधन द्वारा कार्यक्रम के लिए टेंट लगवाया गया था, वह बिना बरसात और हवा के धराशाही हो गया था जिस पर कॉलेज प्रबंधन ने आनन – फानन में कॉलेज में कार्यक्रम की व्यवस्था दूसरी जगह कराई किंतु पूरे कार्यक्रम के दौरान टेंट गिरने का विषय कॉलेज में चर्चा का विषय बना रहा.
कुछ नेताओं ने किया नाम परिवर्तन का विरोध
कांग्रेस नेता अनूपसिंह बैस द्वारा भी शासकीय जटाशंकर त्रिवेदी महाविद्यालय के नाम परिवर्तन को लेकर विरोध किया और उन्होंने हाल ही में शुरू हुए सीएम राइज स्कूल के बोर्ड के नीचे मीडिया को बुलाकर बताया कि जिस प्रकार से बीते दिनों पहले हमारे महापुरुष के नाम से जाने जाना वाली स्कूल रानी दुर्गावती का नाम बदला किया गया था और कहा गया था कि सीएम राइज , रानी दुर्गावती स्कूल के आगे नाम जोड़ा गया है और मॉडल स्कूल का दर्जा मिला है, किंतु आज देखा जा रहा है कि जो सीएम राइज स्कूल का नाम का बोर्ड को लगाया गया है उसमें सिर्फ सीएम राइज स्कूल ही है और पुराने नाम को हटा दिया गया है इसी तरह कुछ दिन बाद पीजी कॉलेज में भी कॉलेज के मूल नाम को हटाकर सिर्फ पीएम कॉलेज आफ एक्सीलेंस रख दिया जाएगा इसलिए आज वह नाम के परिवर्तन होने का विरोध कर रहे हैं.
दानदाताओं के परिवार के सदस्यों में रही असमंजस की स्थिति
शासकीय जटाशंकर त्रिवेदी कॉलेज की भूमि को दान करने वाले त्रिवेदी परिवार के सदस्य किरण भाई त्रिवेदी द्वारा पहले तो सांसद भारती पारधी के सामने नाम परिवर्तन करने को लेकर विरोध किया गया और मीडिया में भी बयान देने की बात कही गई, किंतु मीडिया के कैमरे के सामने वह स्वयं ही असमंजस की स्थिति में नजर आए और बाद में उन्होंने कह दिया कि जो लोग नाम परिवर्तन का विरोध कर रहे हैं वह सही है लेकिन नाम परिवर्तन को लेकर उन्हें कोई नाराजगी नहीं है, जिसे देखकर हर कोई यही कह रहा था, कि स्वयं किरण भाई त्रिवेदी भी मीडिया के कैमरे के सामने असमंजस की स्थिति में है.