अनंत चेतना/तिरोडा : तिरोडा तहसील के नवरगाँव के सरपंच और उपसरपंच को एक ही दिन अविश्वास प्रस्ताव पारित होने के बाद पद छोड़ना पड़ा. इसके खिलाफ सरपंच, उपसरपंच ने गोंदिया जिलाधीस से अपील की और मांग की कि अविश्वास प्रस्ताव को गलत तरीके से पारित होने के कारण खारिज कर दिया जाए. इस पर गोंदिया जिलाधीस ने सरपंच, उपसरपंच को राहत देते हुए उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को खारिज कर दिया. अत : उन्हें सरपंच व उपसरपंच का पद प्रदान किया गया. ग्राम पंचायत नवरगाँव में २०२१ में आम चुनाव हुए.
इस चुनाव में चुने गए सात सदस्यों में से प्रकाश काशीराम ठाकरे को सरपंच और भूमेश्वरी चंद्रशेखर कटरे को उपसरपंच चुना गया. ग्राम पंचायत सदस्यों ने ३१ जनवरी २०२४ को तहसीलदार तिरोडा को पत्र देकर कहा की हमे उन पर भरोसा नही है. इसके बाद ९ फरवरी को तहसीलदार ने नवरगाँव ग्राम पंचायत में एक विशेष बैठक की इस बैठक में सात में से पांच सदस्यों ने अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया और केवल दो ने प्रस्ताव के खिलाफ मतदान किया. जिसके तहत तहसीलदार गजानन कोकुड़े ने अविश्वास प्रस्ताव पारित होने की घोषणा की पंचायत समिती तिरोडा के विस्तार अधिकारी बडोले को प्रभारी सरपंच नियुक्त किया गया. जिलाधीस ने संबधित अविश्वास प्रस्ताव को रद्द कर दिया. इसलिए प्रकाश काशीराम ठाकरे को नवरगांव के सरपंच और भूमेश्वरी चंद्रशेखर कटरे को उपसरपंच के रूप में बहाल किया गया.