शिवसेना नेता के दावे से महाराष्ट्र में बढ़ी हलचल
जन चेतना/महाराष्ट्र/राहुल हटवार
लोकसभा चुनाव बाद के सभी राजनितिक दलों ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की तैयारियां तेज कर दी है। इसी बीच शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट) के नरेश म्हस्के ने शनिवार को दावा किया कि शिवसेना (यूबीटी) के दो नवनिर्वाचित सांसद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के संपर्क में हैं। म्हस्के ने दिल्ली में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए दलबदल रोधी कानून का हवाला देते हुए दोनों लोकसभा सदस्यों का नाम बताने से इनकार किया, लेकिन साथ ही यह भी कहा कि चार अन्य सांसद भी जल्द ही इन दोनों के साथ मिलकर शिंदे के नेतृत्व वाली पार्टी में शामिल हो जाएंगे।
ठाणे से नवनिर्वाचित सांसद म्हस्के ने कहा, “जिस तरह से उद्धव ठाकरे ने एक विशेष समुदाय से वोट मांगे, उससे लोकसभा के दोनों सदस्य नाखुश हैं।” म्हस्के ने कहा कि उद्धव ठाकरे की शिवसेना के दो नवनिर्वाचित सांसद संपर्क में हैं तथा चार अन्य सांसद उनके साथ जुड़ेंगे और मनोनीत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का समर्थन करेंगे। म्हस्के की टिप्पणी शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत के इस दावे की पृष्ठभूमि में आयी है कि शिंदे गुट के कुछ विधायक और सांसद ठाकरे के साथ फिर से जुड़ने के इच्छुक हैं। एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने राज्य की सात लोकसभा सीट जीतीं, जबकि ठाकरे गुट नौ सीट पर विजयी रहा।
मस्के के दावों पर शिवसेना (यूबीटी) नेता सचिन अहीर ने पलटवार करते हुए कहा कि यह दावा डर और हताशा के कारण किया जा रहा है, क्योंकि शिवसेना के जनप्रतिनिधि अब इस बात को लेकर आशंकित हैं कि राज्य में चुनाव लड़ने के दौरान उनके गठबंधन का चेहरा कौन होगा। अहीर ने कहा कि उनकी पार्टी का रुख स्पष्ट है कि नेतृत्व और उद्धव ठाकरे के खिलाफ विद्रोह करने वालों के साथ उनका कोई संबंध नहीं है। अहीर ने दावा किया कि शिंदे गुट के कुछ सांसदों को टिकट नहीं दिए जाने के कारण उन्होंने शिवसेना (यूबीटी) से संपर्क किया था, लेकिन शिवसेना (यूबीटी) ने उन्हें कोई तवज्जो नहीं दी। उल्लेखनीय है कि राज्य में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होंगे। सत्तारूढ़ महायुति और विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के बीच यह भिड़ंत होंगी।