जनचेतना/ मथुरा ब्यूरो/ श्याम बिहारी भार्गव
हिन्दूवादी नेता दिनेश शर्मा ने कहा है कि मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मस्थान के बराबर बनी शाही ईदगाह में पुरातात्विक सर्वेक्षण हो जाए तो दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा। उन्होंने कहा कि हमें न्यायालय पर पूरा भरोसा है। न्यायालय साक्षों और तथ्यों के आधार पर निर्णय देती है। साक्ष हमारे मजबूत हैं इसी लिए हम न्यालयाय गये हैं, जबकि दूसरे पक्ष को मजबूरी में बचाव करने के लिए न्यायालय जाना पडा है। उन्होंने कहा कि प्रयागराज हाईकोर्ट में सूट नंबर नौ और सूट नंबर 15 पर बहस हुई है। इस बहस में हिंदू पक्ष की तरफ से बहस के दौरान अधिवक्ताओं ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि न्यायालय में प्राचीन साक्ष्य हिंदू पक्ष जमा कर चुका है।
हिंदू पक्ष ने भी अपनी दलील में कहा कि यह जमीन पर अतिक्रमण हुआ है। इस स्थान पर पहले भी कई बार केस चल चुका है, इसलिए यह जमीन, इस स्थान पर वरशिप एक्ट 1991 लागू नहीं होता है। कई बार हिंदू राजाओं ने हिंदू मंदिर को बनाया था। यहां पर भी यह मुकदमा चलने योग्य है और सर्वे का आर्डर होना चाहिए, हिंदूवादी नेता दिनेश शर्मा ने कहा कि यहां पर पहले मंदिर था।