भाजपा उम्मीदवार सुनील मेंढे के प्रचार करने से ही कतरा रहे भाजपा कार्यकर्त्ता

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प्रतिनिधी/गोंदिया/सचिन बोपचे

१८ वी लोकसभा के लिए पहले चरण के चुनाव १९ अप्रैल को संपन्न होने जा रहे है. लोकसभा के चुनाव ७ चरणों में होनेवाले है. महाराष्ट्र के कुछ सीटो पर प्रथम चरण में चुनाव होने जा रहे है. लोकसभा के इस रणसंग्राम में कुल १८ उम्मीदवार चुनाव मैदान में है. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के ओर से डॉ.प्रशांत पडोले, भारतीय जनता पार्टी के ओर से वर्तमान सांसद सुनील मेंढे, बहुजन समाज पार्टी से संजय कुंभलकर, वंचित बहुजन आघाडी से संजय केवट, ओबीसी हिन्दू संघटना की ओर से एड.वीरेंद्र जायसवाल, निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पे कांग्रेस के पूर्व विधायक सेवक वाघाये सहित अन्य उम्मीदवार चुनाव के मैदान में है. कांग्रेस पार्टी के द्वारा मोदी सरकार के १० वर्ष के कार्यकाल के झूठे वादे और भ्रष्टाचारी, ईडी, सीबीआई के और बेरोजगारी को लेकर, आरक्षण, पेंशन, महंगाई जैसे मुद्दों को लेकर प्रचार शुरू है. उसी तौर पर भाजपा के कार्यकर्ताओं में ही गुटबाजी और उम्मीदवार को लेकर गोपनीय विरोध नजर आते दिखाई दे रहा है. विश्व की सबसे बड़ी पार्टी भाजपा मानी जाती है.

गोंदिया -भंडारा लोकसभा क्षेत्र में सुनील मेंढे के दुबारा उम्मीदवारी को लेकर काफी रोशन जनता के बीच और भाजपा के अनेक कार्यकर्ताओ में देखने को मिल रहा है. भाजपा के ही कार्यकर्त्ता भाजपा के उम्मीदवार सुनील मेंढे के प्रचार के लिए खुलके सामने नही आ पा रहे है. पिछले ५ वर्ष सुनील मेंढे के द्वारा जनता के बीच ना पहुचना, क्षेत्रीय स्तर ओअर गोंदिया में कार्यालय का देरी से शुरू होना, रोजगार को लेकर कोई भूमिका साथ ही कोई भी ऐतिहासिक निर्णय वह नही करा पाए जिससे भाजपा के कार्यकर्त्ता ही चुनाव के प्रचार में जनता के बीच जाने के लिए हिम्मत नही जुटा पा रहे है. जनता के बीच में भाजपा के उम्मीदवार सुनील मेंढे का काफी विरोध जताया जा रहा है. ५ वर्ष के कार्यकाल से कोई भी जनता और मतदाता उनके कार्यकाल से खुश नही है और सहमती नही जता रहे है.

भाजपा में गुटबाजी होने की जताई जा रही संभावना

चुनाव प्रचार सुरु हो चूका है भाजपा के द्वारा सभी तहसील अंतर्गत कार्यालय का शुभारंभ हो चूका है लेकिन भाजपा के कार्यालय में ना ही भीड़ देखने मिल रही है ना ही प्रचार को लेकर भाजपा के कार्यकर्ता खुलकर प्रचार कर पा रहे है. पिछले ५ वर्ष में सुनील मेंढे की आय में लगभग ३० करोड़ की आय बढ़ी हुई है ऐसे हलफनामा से सामने आया है. गोंदिया – भंडारा में भाजपा के द्वारा वर्तमान सांसद सुनील मेंढे को टिकट दिए जाने से भाजपा के द्वारा यह सीट खतरे में जाते नजर आ रही है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा अबकी बार ४०० पार का नारा दिया गया है.परंतु यह तो केवल जनता ही तय करेगी की भाजपा क्या ४०० पर होगी ? ४ जून को ४०० पार के इस चुनावी नारे पर संग्राम होगा. ४०० पार भाजपा होती है या नही यह तो जनता ही तय करेगी. मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के सीमा में होने के बावजूद भी पिछले ५ वर्षो से सुनील मेंढे के द्वारा क्षेत्र के लिए कोई बड़ी उपलब्धी नही दिखाई गई है. सांसद सुनील मेंढे ने दौरे हालांकि किये मगर वह ५ वर्षो में जनता तक नही पहुचे साथ ही जनता ने भी उन्हें नकारना सुरु कर दिया है.

जनता कहती है मोदी के नाम पर किसी भी उम्मीदवार को मैदान में उतारदेती है भाजपा

राज्य में भाजपा, शिवसेना (शिंदे) राष्ट्रवादी (अजित पवार) की सरकार है. महायुती के उम्मीदवार में क्या भाजपा के उम्मीदवार सुनील मेंढे कामयाब हो सकते है. जनता के बीच हमारे प्रतिनिधी जब पहुँचते है तब जनता के द्वारा सुनील मेंढे के लिए कहा जाता है की मोदी के नाम पर किसी भी उम्मीदवार को मैदान में भाजपा उतार देती है परंतु क्षेत्रीय समस्या के लिए मोदी से कैसे संपर्क करेंगे जबकि भंडारा जिले के नेताओ को ही टिकट दिया जाता है. वह जीतकर आने के बाद आम जनता के बीच में नही रह पाते है. इसीलिये जनता ने यह सवाल उठाई है.