लगातार तापमान में हो रही वृद्धि, स्वास्थ्य पर पड़ रहा असर

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जनचेतना/बालाघाट/रंजित बोपचे

मार्च माह में ही भीषण गर्मी का एहसास होने लगा। जिले का तापमान 38.7 डिग्री पहुंच गया है। मार्च माह में ही भीषण गर्मी पडऩे से लोग काफी परेशान है। मानव स्वास्थ्य पर गर्मी का विपरीत असर होने लगा है। निजी, शासकीय अस्पतालों में मरीजों की संख्या में रोजाना बढ़ोत्तरी हो रही है। अधिक गर्मी का प्रभाव बच्चे और बुजुर्गों में ज्यादा नजर आ रहा है। दिन में तेज गर्मी तो रात्रि में उमस लग रही है। बीते एक सप्ताह से तापमान में लगातार वृद्धि हो रही है।

जिले में होली पर्व के पूर्व से मौसम में बदलाव हो रहा है। बीते पखवाड़े में जहां ओलावृष्टि और बारिश होने से तापमान में गिरावट हुई थी। वहीं अचानक से तापमान में वृद्धि भी होने लगी। मौसम में हुए बदलाव व अधिक गर्मी का प्रभाव पांच साल तक के बच्चों में ज्यादा देखने को मिल रहा है। बच्चों में पेट दर्द के साथ-साथ उल्टी व दस्त की शिकायत हो रही है। इसी तरह बुजुर्गों में भी यह समस्या अधिक नजर आ रही है। मौसम परिवर्तन से बीमार हो रहे लोगों को निजी, शासकीय अस्पतालों में भर्ती कराया जा रहा है। शासकीय अस्पतालों के ओपीडी में जहां मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। वहीं निजी अस्पतालों में मरीजों को बेहतर उपचार के लिए भर्ती कराया जा रहा है।

बच्चों के मामले में न बरतें लापरवाही

डॉक्टरों का कहना है कि मौसम में बदलाव और तेज गर्मी से स्वास्थ्य पर विपरित असर पड़ रहा है। बच्चों को पेट दर्द, उल्टी व दस्त की शिकायत हो सकती है। इस दौरान लापरवाही न बरतें। घरेलू उपचार के चक्कर में न पड़े। तत्काल ही शिशु रोग विशेषज्ञ से उपचार कराएं। ताकी बीमार बच्चों को अधिक परेशानियों का सामना न करना पड़े। तापमान में हो रही वृद्धि के चलते लोगों को दोपहर में घरों से बाहर निकलने से भी परहेज बरतना पड़ेगा। आवश्यकता होने पर ही घर से बाहर निकले। लेकिन सुरक्षा के इंतजाम के साथ ही जाए। पानी का नियमित रुप से अधिक से अधिक उपयोग करें।

युवा, बुजुर्गों पर भी पड़ रहा प्रभाव

डॉक्टर ने बताया कि तेज धूप का असर बड़े लोगों पर भी पड़ रहा है। युवाओं, बुजुर्गों और महिलाओं को भी सावधानी बरतने की आवश्कता है। बड़े लोगों में भी डिहाइड्रेशन, उल्टी-दस्त की शिकायत के साथ डायरिया होने की संभावना बनी हुई है। प्रसूताओं को भी इस मौसम में विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है।

इनका कहना है

तेज गर्मी के कारण बच्चों में डिहाइड्रेशन, उल्टी-दस्त की शिकायत हो सकती है। सावधानी बरतकर इनसे बचा जा सकता है। बच्चों के बीमार होने पर तत्काल ही चिकित्सक से उपचार कराएं।
-डॉ. आशुतोष बांगरे, शिशु रोग विशेषज्ञ, जिला चिकित्सालय बालाघाट