जनचेतना/मथुरा/श्याम बिहारी भार्गव : डिजिटाइजेशन के विरोध में शिक्षकों, शिक्षामित्रों व अनुदेशक संगठनों के संयुक्त मोर्चा के साथ जिलाधिकारी ने बैठक कर उनका पक्ष जाना। डिजिटाइजेशन के गुण दोष के साथ शिक्षक पदाधिकारियों ने स्थानीय समस्याओं से भी अवगत कराया। साथ ही मुड़िया पू्र्णिमा के धार्मिक महत्व को देखते हुए गोवर्धन ब्लॉक के विद्यालयों में तीन दिन के अवकाश की मांग रखी। डीएम शैलेन्द्र सिंह ने शिक्षक पदाधिकारियों की बात को गंभीरता से सुनते हुए उन्हें पूरा करने का आश्वासन दिया। सोमवार को डिजिटाइजेशन थोपने के विरोध में संयुक्त मोर्चा के प्रांतीय आह्वान पर जनपद में शिक्षकों, शिक्षामित्रों व अनुदेशकों ने हजारों की संंख्या में टैंक चौराहे से डीएम कार्यालय तक मार्च किया था और मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सिटी मिजस्ट्रेट को सौंपा था।
जिलाधिकारी के साथ शिक्षकों के संयुक्त मोर्चा की बैठक में जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ से जिलाध्यक्ष अतुल सारस्वत,प्रांतीय उपाध्यक्ष देवेन्द्र सारस्वत, ठा. लक्ष्मीनारायण, मनोज शर्मा, राजीव, हरीश, प्राथमिक शिक्षक संघ से लोकेश गोस्वामी, बलवीर सिंह, गौरव यादव, अटेवा की जिला संयोजिका प्रदीपिका फौजदार, राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ की जिलाध्यक्ष अंजना शर्मा, हेमराज सिंह, इन्द्रपाल सिंह, विशिष्ट बीटीसी वेलफेयर के जिलाध्यक्ष रविन्द्र चौधरी, टीएससीटी के योगराज सिंह चाहर, जिलाध्यक्ष गोविन्द सिंह चौहान, यूटा जिलाध्यक्ष चन्द्रशेखर सिंह, विकास यादव, यूटा के अंशुल गौतम, प्रशान्त सारस्वत, अनुसूचित जाति शिक्षक एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष अशोक प्रिय, उर्दू शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष खुर्शीद अहमद, प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के जिलाध्यक्ष खेमसिंह चौधरी, राजकुमार, आदर्श शिक्षामित्र वेलफेयर के जिलाध्यक्ष दुष्यंत सारस्वत, महिला शिक्षक संघ की जिलाध्यक्ष दिव्या मिश्रा व खंड शिक्षा अधिकारी राकेश कुमार, अविनाश दीक्षित आदि मौजूद रहे। इस दौरान शिक्षकों ने डीएम को विभिन्न समस्याओं से अवगत कराते हुए मुड़िया पूर्णिमा मेले पर गोवर्धन ब्लॉक के विद्यालयों में तीन दिन के अवकाश की मांग भी रखी। सुजीत वर्मा ने बताया कि शिक्षकों की लंबित मांगों को लेकर उनका विरोध जारी रहेगा। 29 जुलाई को जिले के सभी परिषदीय शिक्षक प्रदर्शन करने के लिए लखनऊ पहुंचेंगे। डिजिटलाइजेशन के आदेश को किसी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जाएगा।