जनचेतना/मथुरा ब्यूरो/श्याम बिहारी भार्गव
राष्ट्रीय आपातकाल को लगे आज 49 वर्ष पूरे हो गए और अभी भी भाजपा इसको लेकर कांग्रेस पर हमलावर है। मंगलवार को भाजपा द्वारा महानगर अध्यक्ष घनश्याम लोधी की अध्यक्षता में गिर्राज महाराज कॉलेज में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी में आपातकाल के दौरान प्रताड़ना सहने वाले सैनानियों को आमंत्रित कर स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
संगोष्ठी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि भाजपा के मथुरा जनपद प्रभारी एवं विधान परिषद सदस्य अशोक कटारिया ने कहा कि विपक्षी दल द्वारा लोकतंत्र की हत्या करने और उसे बार-बार नुकसान पहुंचाने के लंबे इतिहास में यह सबसे बड़ा उदाहरण है। आज का दिन उन सभी महान पुरुषों और महिलाओं को श्रद्धांजलि देने का दिन है, जिन्होंने आपातकाल का विरोध किया। यह दिन हमें याद दिलाता है कि कैसे कांग्रेस पार्टी ने बुनियादी स्वतंत्रता को नष्ट कर दिया और भारत के संविधान को कुचल दिया, जिसका हर भारतीय सम्मान करता है।
लोकतंत्र सेनानी संगठन के वरिष्ठ प्रांतीय उपाध्यक्ष विनोद टेंटीवाल ने कहा कि तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने हर लोकतांत्रिक सिद्धांत को दरकिनार कर देश को जेलखाना बना दिया। जो भी कांग्रेस से असहमति जताता था उसे प्रताड़ित किया जाता था। जिन लोगों ने इमरजेंसी लगाई, उनको हमारे संविधान के प्रति अपना प्यार जताने का कोई अधिकार नहीं है। प्रेस की स्वतंत्रता को खत्म करने के लिए विधेयक लाया गया, संघवाद को नष्ट किया और संविधान के हर पहलू का उल्लंघन किया। भाजपा महानगर अध्यक्ष घनश्याम लोधी ने कहा कि कांग्रेस के नेतृत्व में देश को कालकोठरी बना दिया गया था और उस जख्म को देश कभी भूल नहीं सकता। भारतीय संविधान के लिए काला दिवस के रूप में मनाए जाने वाला यह दिन बताने के लिए पर्याप्त है कि किस प्रकार कांग्रेस पार्टी हमेशा से ही सत्ता के नशे में चूर रही है।
संगोष्ठी कार्यक्रम के संयोजक भाजपा महानगर उपाध्यक्ष मुकेश खंडेलवाल ने बताया कि भारतीय लोकतांत्रिक व्यवस्था को सीमित करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा राष्ट्रीय आपातकाल लागू किया गया था। इसलिए भाजपा कार्यकर्ताओं ने इस दौरान संघर्ष करने वाले राजनेताओं को याद करते हुए उन्हें नमन किया और कांग्रेस के काले कारनामो पर जनता से संवाद किया। इस दौरान विधायक मेघश्याम सिंह, हिंदूवादी नेता गोपेश्वर नाथ चतुर्वेदी, पूर्व मंत्री रविकांत गर्ग, वीरेंद्र अग्रवाल, मधु शर्मा, आशुतोष शुक्ला, महानगर महामंत्री प्रदीप गोस्वामी, राजू यादव, ज्ञानेंद्र राणा, धर्मेश सोनकर, यशपाल सिंह, विनीत शर्मा, सुनील तरकर, परशुराम सिंह, राजू चौधरी, राजेंद्र पटेल, अनुराग चतुर्वेदी, पूरन चंद, गौरी शंकर अस्थाना, गिर्राज किशोर अग्रवाल, चतुर्भुज अग्रवाल, केशव चौहान, चेतन शर्मा, नरेंद्र कुमार गुप्ता, ओमवती, राजेंद्र होरा, मीडिया प्रभारी दीपांकर भाटिया, लवांशु वर्मा, मोहन भारद्वाज आदि मौजूद रहे। संगोष्ठी का संचालन महानगर महामंत्री सुनील चतुर्वेदी ने किया।