जन चेतना/मुंबई/राहुल हटवार
लोकसभा चुनाव के मतगणना की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे राजनीतिक दलों की बौखलाहट भी बढ़ती जा रही है। अजित पवार की एनसीपी ने आरोप लगाया है कि चुनावी नतीजे आने के बाद शरद पवार की पार्टी के ज्यादातर पदाधिकारी, कार्यकर्ता और जनप्रतिनिधि कांग्रेस में चले जाएंगे। संभव है कि पार्टी का कांग्रेस में ही विलय हो जाए। हालांकि शरद पवार की एनसीपी के प्रवक्ता महेश तपासे ने इसका खंडन किया। उनका कहना है कि एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष का बयान बहुत ही हास्यास्पद है। अजित पवार की पार्टी एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष सुनील तटकरे ने दावा किया है कि शरद पवार की पार्टी के कुछ विधायक और पदाधिकारी कांग्रेस में शामिल होना चाहते हैं। उनकी दिल्ली में कांग्रेस नेताओं से बातचीत भी हो गई है, लेकिन कांग्रेस शरद पवार को नाराज नहीं करना चाहती, इसलिए उन्होंने वेट ऐंड वॉच की पॉलिसी अपनाई है। तटकरे ने दावा किया कि नतीजे आने के बाद उनकी पार्टी में बड़ी संख्या में लोग शामिल होंगे।
भुजबल नाराज, हो सकती है घर वापसी
लोकसभा चुनाव नतीजे आने से पहले ही अजित पवार की पार्टी के दिग्गज नेता छगन भुजबल नाराज है। उनकी घर वापसी (शरद पवार की पार्टी में शामिल) का अनुमान लगाया जा रहा है। बताया जाता है कि भुजबल ने नासिक से टिकट मांगा था। बीजेपी के अमित शाह ने भी आश्वासन दिया था, लेकिन मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने इस मांग को अस्वीकार कर दिया। बंटवारे में नासिक सीट शिंदे सेना के पास चली गई। इससे भुजबल के लोकसभा चुनाव लड़ने की इच्छा पूरी नहीं हो सकी। अब माना जा रहा है कि नतीजे आने के बाद भुजबल की घर वापसी हो सकती है।
पीसी चाको राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बने
केरल की त्रिशूर लोकसभा सीट से पूर्व सांसद पीसी चाको को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी-शरदचंद्र पवार का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है, जबकि राजीव झा को राष्ट्रीय महासचिव नियुक्त किया गया है। हालांकि इस नियुक्ति को लेकर कई सवाल उठाए जा रहे हैं। चाको का एक लंबा राजनीतिक कैरियर रहा है। उन्होंने भारतीय युवा कांग्रेस के राज्य अध्यक्ष के रूप में काम शुरू किया। वे 2021 में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) में शामिल हो गए। वर्तमान में एनसीपी की केरल राज्य इकाई के अध्यक्ष हैं।