संविदा कर्मी की मौत के बाद परिजन दिखे बेबस; बिजली की लाइन की चपेट में आकर लाइनमैन की मौत

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जनचेतना/मथुरा ब्यूरो/श्याम बिहारी भार्गव


बिजली विभाग सहित दूसरे विभागों में काम कर रहे संविदा कर्मियों पर इतना दबाव होता है कि वह कभी भी अपने हक और अधिकारों की बात उठा नहीं पाते हैं। जब किसी हादसे में संविदा कर्मी की मौत हो जाती है तब मृतक के परिजन असहाय नजर आते हैं। उन्हें इस बात की कोई जानकारी नहीं होती कि उसे कहां से किस तरह की मदद मिल सकती है और सेवा शर्तें क्या हैं़। थाना जैंत क्षेत्र अंतर्गत छटीकरा में खंभे पर काम कर रहे 28 वर्षीय लाइनमैन मनोज पुत्र रज्जो निवासी बाटी की लाइन पर काम करते समय करंट लगने से मौत हो गई। परिजनों ने बिजलीघर एसएचओ पर बिना सूचना के बिजली छोड़ने का आरोप लगाया। गुस्साए परिजनों ने मुआवजा व एक व्यक्ति की नौकरी की मांग को लेकर बिजलीघर का घेराव कर दिया। ग्रामीणों को आता देख एसडीओ व जेई बिजलीघर छोड़कर फरार हो गए। जब मौके पर कोई बिजली विभाग का कोई अधिकारी नहीं आया तो परिजनों ने ग्रामीणों के साथ हाईवे जाम की कोशिश की।

हाईवे से ग्रामीणों को हटाने के लिए पुलिस ने लाठियां फटकारी। घटना की जानकारी होती है मौके पर एसपी सिटी अरविंद सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट वैभव गुप्ता, थाना हाईवे, थाना वृंदावन पुलिस मौके पर पहुंच गई। मुआवजे के आश्वासन पर ग्रामीण व परिजन शांत हुए। मृतक के भाई गुड्डू के साथ ग्रामीणों की मांग थी कि मृतक आश्रित कोटा में परिवार के सदस्य को नौकरी दी जाये। अपर नगर मजिस्ट्रेट राजकुमार भास्कर को ज्ञापन सौंपा। ग्रामीणों ने कहा कि मृतक के छोटे बच्चे हैं, लालन पालन के लिए परिवार के किसी सदस्य को नौकरी दें।